sidh kunjika Fundamentals Explained
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
विच्चे चाभयदा नित्यं नमस्ते मन्त्ररूपिणि ॥ ९ ॥
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥
No. Pratyahara implies to provide the senses inside of. That is, closing off external perception. Stambhana fixes the perception inside by holding the imagined even more info now and also the perception.
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
भ्रां भ्रीं भ्रूं भैरवी भद्रे भवान्यै ते नमो नमः।।